वीरभद्रासन से घटती है पेट की चर्बी

वीरभद्रासन से घटती है पेट की चर्बी

सेहतराग टीम

पेट की चर्बी शरीर में सबसे जिद्दी चर्बी मानी जाती है। शरीर के हर हिस्‍से की चर्बी सामान्‍य से थोड़ा अधिक व्‍यायाम करते ही घट जाती है मगर पेट की चर्बी को घटाने के लिए दिन रात एक करना होता है। हालांकि योग में एक ऐसा आसन है जो पेट की चर्बी को गलाने के साथ-साथ भुजाएं और जांघें मजबूत करता है। इस आसन का नाम भगवान शिव के गण वीरभद्र के नाम पर वीरभद्रासन है। वीरभद्र ने शिव जी की पत्‍नी सती के पिता राजा दक्ष प्रजापति का वध किया था। कहा जाता है कि इनकी भुजाओं और जांघों में अपार शक्ति थी। जिन लोगों के पेट के दोनों ओर चर्बी की शिकायत है उनके लिए यह आसन काफी उपयोगी साबित हो सकता है।

कैसे करें
सावधान की मुद्रा में खड़े हो जाएं। इसके बाद पैरों को ढाई से तीन फुट फैलाएं। दोनों हाथों को कंधे की सीध में ऊपर की ओर करें और हथेली खुली रखें। 
अब सीधे पैर के पंजे को 90 डिग्री के कोण में मोड़ें। साथ ही कमर भी उसी ओर घुमा लें। दोनों हाथ एक सीध में होने चाहिए। 
अब सीधे पैर के घुटने को थोड़ा सा मोड़ लें और कमर को जितना हो सके उतना नीचे लाएं, लेकिन दूसरा पैर एकदम सीधा होना चाहिए। गर्दन ऊपर हाथों की ओर मुड़ी होनी चाहिए। 

 

इस योग को आयंगर पद्धति से भी किया जाता है। इसके लिए:
प्रकार एक
दोनों पैरों को सपॉर्ट देकर यह आसन किया जाता है। इसमें बाकी सब मुख्य आसन की तरह ही करते हैं। उल्टे पैर से कमर तक एक बेल्ट बांध लें, जिससे पैर को सपॉर्ट मिले सके। वहीं सीधे पैर के नीचे एक लकड़ी का गुटका रख लें। 

प्रकार दो 
इसमें दोनों पैरों को फैलाकर सीधे पैर की जांघों के नीचे स्टूल रख लें। जबकि उल्टे पैर के पंजे के पीछे सपोर्ट के लिए फोम या लकड़ी का गुटका भी लगा सकते हैं। यह पैर स्टूल से बाहर होना चाहिए। हाथ और गर्दन मुख्य आसन की तरह ऊपर की ओर ही रहेंगे। 

प्रकार तीन 
इसमें रस्सी का प्रयोग करते हैं। दीवार के सबसे नीचे कोने में एक रस्सी बांधें। उसे हम जिस पैर के घुटने को मोड़ रहे हैं, उसकी जांघ में फंसा लें। दूसरे पैर के सपॉर्ट के लिए फोम या लकड़ी का ब्रिक लगा लें, जबकि हाथ और गर्दन को ऊपर की ओर ही रखें। रस्सी में पूरा तनाव होना चाहिए। 

 

आसन के फायदे 
- इस आसन से आपकी छाती चौड़ी होती है 
- सांस लेने की क्षमता में भी वृद्धि होती है 
- स्पाइन पर दबाव पड़ता है जिससे वह और मजबूत होती है 
- घुटने भी मजबूत होते हैं 
- शरीर की अतिरिक्त चर्बी भी इससे कम होती है
 

 

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